सोशल मीडिया के सर्वे में पिछड़े पूर्व मंत्री भईयालाल… भाजपा जिला उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे ने बनाई जोरदार बढत, देवेन्द्र तिवारी 500 मत भी नही जुटा सके
आगामी विधानसभा चुनाव के मद्वेनजर अब सभी राजनैतिक पाटियों ने कमर कस लिया है,प्रत्याशी चयन का क्रम भी शुरू हो गया है,पार्टियां अपने अपने स्तर पर प्रत्याशियों की स्थिति जानने के लिए सर्वे भी करा रही हैं तो वहीं एक सर्वे इन दिनों बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में भी जमकर वायरल हो रहा है लगभग हर वाट्सअप पर तैर रहा यह सर्वे काफी दिलचस्प हो चुका है,सर्वे में पूर्व मंत्री भईयालाल रजवाड़े से लेकर वर्तमान संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का नाम भी शामिल किया गया है। भाजपा के अन्य दावेदार भी सर्वे में शामिल हैं तो वहीं कांग्रेस के भी दावेदारों को इसमें शामिल किया गया है।
पिछले 15-20 दिनों से यह सर्वे सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है लगभग वाट्सअप नंबर पर पहुुंच चुके इस सर्वे पर यदि नजर डाली जाए तो रविवार दोपहर तक इसमें कुल 2655 लोगो द्वारा वोट डाले गए हैं जिसमें सर्वाधिक मत भाजपा के जिला उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे को प्राप्त हुए उन्हे 43.31 प्रतिशत के साथ 1150 मत मिले हैं जबकि पूर्व मंत्री भईयालाल रजवाड़े 32.39 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर पहंच गए हैं,इस प्रकार से जिला उपाध्यक्ष ने सर्वे में पूर्व मंत्री को पीछे छोड़ दिया है।
भाजपा के एक अन्य दावेदार देवेन्द्र तिवारी की लोकप्रियता बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में इस सर्वे के आधार पर मात्र 17.4प्रतिशत पर आकर रूक गई है उन्हे 462 लोगो ने वोट किया है। संसदीय सचिव और बैकुंठपुर की वर्तमान विधायक अंबिका सिंहदेव को 1 प्रतिशत मात्र 44 लोगो ने वोट किया है। जबकि कांग्रेस की टिकट पर दो बार चुनाव लड़ चुके जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांति तिवारी को 2 प्रतिशत लोगो ने वोट किया है और उन्हे 71 वोट मिले हैं। भाजपा नेता रेवा यादव को 31 वोट,आशा महेश साहू को 18 वोट,अनिल जायसवाल को 19 वोट मिले हैं।
उक्त सोशल मीडिया सर्वे को यदि आधार माना जाए तो देखने मे मिलता है कि बैकुंठपुर क्षेत्र में जनता इन दावेदारों के बीच इस बार भाजपा के जिला उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे को काफी पसंद कर रही है। और उन्हे अपने विधायक के रूप में देखना चाहती है। हलांकि यह मात्र सोशल मीडिया सर्वे है और इसकी विश्वसनीयता पर कुछ कहा नही जा सकता लेकिन इतना तय है कि भाजपा में भईयालाल रजवाड़े को इस बार जनता ही नही बल्कि कार्यकर्ता भी नकारते हुए दिखलाई दे रहे हैं। लोग नए प्रत्याशी के तौर पर शैलेष शिवहरे को पसंद कर रहे हैं,ऐसे सर्वे का आगामी समय में टिकट वितरण पर भी असर पड़ सकता है।